भारत में करीब 80 से 90 फीसदी लोग EMI पर फोन खरीदते हैं।
ईएमआई पर कोई भी फोन खरीदते समय बीमा जरूर करवाएं।
डेस्क। वैसे तो हर कोई महंगा और अच्छा फोन (phone) खरीदना चाहता है, लेकिन हर कोई उसका बजट अफोर्ड नहीं कर सकता। ऐसे में अक्सर मध्यम वर्ग के लोग (middle class people) अपनी पसंद का महंगा फोन (phone) EMI पर लेकर अपनी चाहत पूरी कर लेते हैं। भारत में करीब 80 से 90 फीसदी लोग EMI पर फोन खरीदते हैं।
इसे भी जरूर पढ़ें-Tecno ने लॉन्च किया दुनिया का सबसे पतला मिलिट्री ग्रेड वाला CAMON 30S Pro स्मार्टफोन
हालांकि, जब हम EMI पर फोन (phone) खरीदते हैं तो हमारे हाथ में हमारा पसंदीदा फोन (phone) तो आ जाता है, लेकिन हमें कभी नहीं पता होता कि हमें कितना नुकसान हो जाता है। जी हां, EMI पर फोन (phone) या कोई भी दूसरी चीज खरीदते वक्त कुछ बातों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है, ताकि हम भारी नुकसान से बच सकें। ऐसे में अगर आप भी EMI पर फोन (phone) खरीदने जा रहे हैं तो इन नियमों को जरूर पढ़ें और खुद को इस नुकसान से बचाएं…
दरअसल EMI एक बार प्रकार किस्त है। यह वह मासिक भुगतान (monthly payment) है जो आपके द्वारा लिए गए किसी भी प्रकार के लोन (loan) को चुकाने के लिए किया गया जाता है। यदि आप कोई लोन लेते हैं, तो आपको हर महीने मूलधन और ब्याज (interest) का एक हिस्सा चुकाना होता जब तक कि पूरा लोन (loan) पूरी तरह से चुकाया न जाए।
अगर ईएमआई (EMI) को आसान शब्दों में समझें तो जैसे आप 50,000 रुपये में कोई नया सामान खरीदना चाहते हैं, लेकिन आपके पास उसके लिए पूरे पैसे नहीं हैं। ऐसे में EMI आपकी मदद करती है। इसका सीधा मतलब यह है कि किसी भी वस्तु को मासिक किस्त (monthly installment) पर खरीद सकते है। इसके लिए आपको हर माह EMI की राशि चुकानी होगी। EMI में पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन, AC और mobile phone आदि शामिल हैं।
बेहतर विकल्प खोजें:
EMI पर सामान खरीदते समय कई लोग बहुत कम रिसर्च करते हैं, जिससे आखिर में नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए किस्त (installment) पर कोई नई वस्तु खरीदने से पहले सबसे अच्छी डील खोजें और EMI फंडिंग के लिए बेहतर विकल्प खोजें। इस दौरान ब्याज दरें (interest rates), प्रोसेसिंग खर्च (processing expenses) और अन्य नियम व शर्तें ठीक से पढ़ लें।
बीमा भी करवाएं:
अकसर लोग कुछ पैसे बचाने के चक्कर में बीमा (insurance) नहीं करवाते है। अगर EMI पर आपके द्वारा लिया गया कोई फोन खराब या चोरी हो जाता है, तो इस स्थिति में बीमा (insurance) ही एकमात्र उपयुक्त विकल्प होगा। इसलिए ईएमआई (EMI) पर कोई भी फोन खरीदते समय बीमा (insurance) जरूर करवाएं।
बिल जरूर पढ़ें:
किसी भी लोन एग्रीमेंट (agreement) पर हस्ताक्षर करने से पहले उसे पूरी तरह से पढ़ ले, बिक्री दर (selling rate), प्रोसेसिंग खर्च (processing expenses) और अन्य लागतों को जानना बहुत ही अनिवार्य है। ताकि आप नुकसान से बच सकें।